यूपी: मजदूरों पर योगी बनाम प्रियंका, 'लेटर वॉर' के बाद फिटनेस सर्टिफिकेट पर फंसा पेच
प्रियंका गांधी की बसों की पेशकश सोमवार को स्वीकर किया गया तो पहले योगी सरकार ने बसों की सूची मांगी, इसके बाद अब मंगलवार दस बजे तक बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइवरों के लाइसेस सहित सभी दस्तावेज लखनऊ डीएम ऑफिस में जमा करने को कहा गया है तो प्रियंका के सचिव ने इसे राजनीतिक से प्रेरित बताया.

- मजदूरों के लिए बसों को लेकर प्रियंगा-योगी आमने-सामने
- चार दिन में चार लेटर और 24 घंटे में सियासी घमासान
लॉकडाउन में फंसे उत्तर प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए पिछले चार दिनों से योगी सरकार और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी बीच लेटर वार चल रहा है. प्रियंका गांधी द्वारा मजदूरों के लिए एक हजार बस चलाने की पेशकश पर पिछले 24 घंटे में चार लेटर एक दूसरे की ओर से जारी हो चुके हैं और मजदूरों पर योगी बनाम प्रियंका चल रही है.
प्रियंका गांधी की बसों की पेशकश सोमवार को स्वीकर किया गया तो पहले योगी सरकार ने बसों की सूची मांगी, इसके बाद अब मंगलवार दस बजे तक बसों के फिटनेस सर्टिफिकेट और ड्राइवरों के लाइसेस सहित सभी दस्तावेज लखनऊ डीएम ऑफिस में जमा करने को कहा गया है तो प्रियंका के सचिव ने इसे राजनीतिक से प्रेरित बताया.
16 मई को एक हजार बसों की पेशकश
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने 16 मई को ट्वीट कर कहा था कि हजारों श्रमिक, प्रवासी भाई-बहन बिना खाए भूखे प्यासे पैदल दुनिया भर की मुसीबतों को उठाते हुए अपने घरों की ओर चल रहे हैं. यूपी के हर बॉर्डर पर बहुत मजदूर मौजूद हैं. वो धूप में पैदल चल रहे हैं. उन्हें प्रदेश के अंदर आने नहीं दिया जा रहा. उनके पास पिछले 50 दिनों से कोई काम नहीं है और जीविका ठप पड़ी है. हम जो भी योजनाएं बना रहे हैं, उनमें उनके लिए कुछ सोचा ही नहीं जा रहा. मजदूरों को घर भिजवाने के लिए कोरी घोषणाएं और ओछी राजनीति से काम नहीं चलेगा.
प्रिंयका ने कहा कि हमने 1000 बसों की परमिशन मांगी है हमें सेवा करने दीजिए. प्रियंका गांधी ने गाजियाबाद के गाजीपुर बॉर्डर से 500 और नोएडा बॉर्डर से 500 बसें चला कर लॉकडाउन में फंसे प्रवासी श्रमिकों को उनके गन्तव्य तक पहुंचाने की उत्तर प्रदेश सरकार से अनुमति मांगी थी. इसके लिए प्रियंका गांधी ने सीएम को लेटर लिखा था. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कार्यालय की ओर से ट्वीट कर प्रियंका गांधी पर प्रवासी श्रमिकों की मददगार बनने का स्वांग रचने का आरोप लगाया था.
सरकार ने 18 मई को बसों की अनुमति
प्रियंका गांधी की पेशकश पर उत्तर प्रदेश अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी की तरफ से एक पत्र जारी किया गया जिसमें कहा गया प्रवासी मजदूरों के संबंध में आप के प्रस्ताव को स्वीकार किया जाता है. अतः अविलंब 1000 बसों की सूची, चालक-परिचालक का नाम व अन्य विवरण उपलब्ध कराने का कष्ट करें. जिससे इनका उपयोग प्रवासी श्रमिकों की सेवा में किया जा सके. इस पर प्रियंका गांधी ने शाम पांच बजे ट्वीट कर योगी सरकार को धन्यवाद कहा.
प्रियंका गांधी ने सीएम को टैग करते हुए ट्वीट किया है कि महामारी के समय इंसान की जिंदगी को बचाना, गरीबों की रक्षा करना, उनकी गरिमा की हिफाजत करना हमारा नैतिक दायित्व और अधिकार है. कांग्रेस इस कठिन समय में अपनी पूरी क्षमता और सेवाव्रत के साथ अपने कर्तव्यों का पालन कर रही है. ये बसें हमारी सेवा का विस्तार हैं. उत्तर प्रदेश में पैदल चलते हुए हजारों भाई-बहनों की मदद करने के लिए, कांग्रेस के खर्चे पर 1000 बसों को चलवाने की इजाजत देने के लिए आपको धन्यवाद. आपको उत्तर प्रदेश कांग्रेस की तरफ से मैं आश्वस्त करती हूं कि हम सकारात्मक भाव से महामारी और उसके चलते लॉकडाउन की वजह से पीड़ित उत्तर प्रदेश के अपने भाई-बहनों के साथ इस संकट का सामना करने के लिए खड़े रहेंगे.
18 मई को कांग्रेस ने सौंपी बसों की सूची
यूपी सरकार की मांग पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह ने अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी को एक हजार बसों की सूची ई मेल कर दी. इसी के साथ संदीप सिंह ने कहा कि हम कल बसों को दोबारा बॉर्डर पर चलने के लिए तैयार कर देंगे. उन्होंने कहा कि 1000 बसों की सूची इस ईमेल के साथ अटैच की गई है. इनमें से कुछ चालकों का दोबारा वेरिफिकेशन कर उनकी सूची भी कुछ घंटों में आप तक पहुंचाई जाएगी. आशा है जल्द से जल्द इन बसों के लिए अनुमति पत्र उपलब्ध करा देंगे. इन बसों का कल ही संचालन चालू करवा देंगे और इन बसों के रूट की पूरी जानकारी और समय सारणी जनसाधारण को उपलब्ध करा देंगे.
सरकार ने मांगा फिटनेस प्रमाण
प्रियंका गांधी द्वारा बसों की सूची भेजे जाने के बाद देर रात उत्तर अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से प्रियंका के निजी सचिव को चिट्ठी लिख कर कांग्रेस द्वारा भेजी जाने वाली एक हजार बसों का फिटनेस प्रमाण पत्र और ड्राइवरों का पूरा ब्योरा मांगा. उन्होंने लिखा कि कृपया समस्त बसों सहित उनका फिटनेस सर्टिफिकेट एवं चालक के ड्राइविंग लाइसेंस के साथ ही साथ परिचालक का पूर्ण विवरण मंगलवार सुबह 9 बजे वृंदावन योजना सेक्टर 15-16 में जिलाधिकारी लखनऊ को उपलब्ध कराने का कष्ट करें.
रात को ही सरकार लिखा जवाब
प्रियंका गांधी के निजी सचिव ने रात 2 बजे एक पत्र लिख जवाब दिया कि आपने 1000 बस तमाम दस्तावेजों सहित लखनऊ में सुबह 10:00 बजे हैंडओवर करने की बात कही है. उन्होंने लिखा कि 1000 खाली बसें लखनऊ भेजना ना सिर्फ समय की बर्बादी और संसाधन की बर्बादी है बल्कि आपकी सरकार की यह मांग पूरी तरह से राजनीति से प्रेरित लगती है.
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