गाजीपुर में दहशत बना तेंदुआ बुधवार की दोपहर बाद जिंदा पकड़ लिया गया। गोरखपुर से आई वाइल्ड लाइफ व वन विभाग की टीम ने शाम करीब साढ़े चार बजे तेंदुए को झाड़ियों से खदेड़ा और जाल में फंसा लिया। इसके बाद ट्रैक्यूलाइजर गन से बेहोश कर पिंजरे में कैद कर लिया। इस दौरान तेंदुए के हमले में वन विभाग के दो दारोगा जख्मी भी हो गये। इससे पहले 12 अप्रैल को सुसुंडी गांव में भी तेंदुए ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया था। ग्रामीणों ने बाद में तेंदुए को पीटकर मार डाला था।
गाजीपुर में नोनहरा क्षेत्र के सुसुंडी में कई दिनों से तेंदुआ देखा जा रहा था। शक्करपुर गांव के कुछ किसान सुबह खेत में गेंहू की कटाई कर रहे थे। इसी दौरान किसी ने देखा कि तेंदुआ पास ही मौजूद एक पोखरी में पानी पा रहा है। ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने जब तेंदुए को घेरा तो वह किसानों की ओर दौड़ पड़ा और हमला कर दिया। किसानों के पत्थर मारने और शोर मचाने से पास ही मौजूद एक गेंहू के खेत में जा छिपा। सूचना पर पहुंची पुलिस व ग्रामीणों ने खेत को चारों तरफ से घर लिया।
डीएम, एसडीएम मुहम्मदाबाद के साथ पहुंच गए। वन विभाग के कर्मचारियों ने खेत के चारों तरफ जाल लगाया और शोर मचाने लगे। शोर सुनकर तेंदुआ खेत से बाहर निकला। जाल में कुछ देर फंसा फिर तोड़कर भाग निकला। पुलिस व ग्रामीणों ने पीछा करना शुरू कर दिया तो हब्बासपुर में स्थित एक जंगल में किसी झाड़ के अंदर छिप गया।
तेंदुए को पकड़ने के लिए गोरखपुर से भी वन विभाग की टीम को बुलाया गया। ट्रैक्यूलाइजर गन से लैस होकर टीम के लोग पहुंचे और जिन झाड़ियों में वह छिपा था उसके आसपास जाल बिछा दिया। कुछ घंटे के बाद तेंदुआ भागने लगा और वह जाल में फंस गया। तेंदुए को देखने के लिए मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जुट गई।
पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों की भीड़ को तेंदुए से दूर किया। कार्रवाई के दौरान तेंदुए के पंजे से वन दारोगा जितेन्द्र यादव व जमानियां रेंज के दारोगा अमरनाथ बिंद जख्मी हो गये है। दोनों घायलों का इलाज चल रहा है। तेंदुए के पकड़े जाने के बाद प्रशासन व गांव के लोगों ने राहत की सांस ली। गांव के लोगों को इस बात की खुशी है कि वह बिना डर के अब अपने खेतों में कटाई और मड़ाई का कार्य कर सकेंगे।
वन विभाग के एडीएफओ जेएन तिवारी ने बताया कि पकड़े गए तेंदुआ का पहले मेडिकल कराया जायेगा। इसलिए आज यानी बुधवार को यहीं रखा जाएगा। इसके बाद 23 अप्रैल यानी कल तय किया जायेगा कि कहां इसे छोड़ा जाये।
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