वाराणसी में अंग्रेजी शराब, बीयर और देशी शराब को मिलाकर करीब 629 दुकानें है. लॉकडाउन (Lockdown) के बीच शराब की होम डिलीवरी की शिकायतों पर पुलिस ने इन दुकानों को सील करना शुरू कर दिया है.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में नशे के काले कारोबार पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन (Lockdown) के बीच वाराणसी में शराब की होम डिलीवरी की शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने दुकानों को सील करना शुरू कर दिया है. पहले दिन करीब 110 दुकानें सील कर दी गई हैं. वाराणसी में अंग्रेजी शराब, बीयर और देशी शराब को मिलाकर करीब 629 दुकानें है, जिन्हें सील करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. बता दें कि जिस तरीके से एक दिन पहले शराब के एक बड़े गोदाम और उसकी फुटकर दुकान से शराब की चोरी छिपे बिक्री की बात सामने आई, उसके बाद ये कार्रवाई अमल में लाई गई | कैंट थाना स्थित जिला जेल के सामने शराब के गोदाम से बाकायदा होम डिलीवरी और मोबाइल पर शराब के ऑर्डर मिले हैं. यहां शराब की बोतल से स्टीकर हटाकर बिक्री की जा रही थी. मौके से करीब 38 लाख रुपए कैश बरामद हुआ था. आबकारी विभाग को मिली सूचना के बाद जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र प्रताप सिंह और सीओ कैंट मुश्ताक अहमद की अगुवाई में आबकारी और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की. इसके बाद काले कारोबार की पोल खुली. इस घटना के बाद ऐसे शराब के माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए अब आबकारी विभाग की ओर से सभी शराब के गोदामों और फुटकर दुकानों को सील किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi) में नशे के काले कारोबार पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. लॉकडाउन (Lockdown) के बीच वाराणसी में शराब की होम डिलीवरी की शिकायतें मिलने के बाद पुलिस ने दुकानों को सील करना शुरू कर दिया है. पहले दिन करीब 110 दुकानें सील कर दी गई हैं. वाराणसी में अंग्रेजी शराब, बीयर और देशी शराब को मिलाकर करीब 629 दुकानें है, जिन्हें सील करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. बता दें कि जिस तरीके से एक दिन पहले शराब के एक बड़े गोदाम और उसकी फुटकर दुकान से शराब की चोरी छिपे बिक्री की बात सामने आई, उसके बाद ये कार्रवाई अमल में लाई गई | कैंट थाना स्थित जिला जेल के सामने शराब के गोदाम से बाकायदा होम डिलीवरी और मोबाइल पर शराब के ऑर्डर मिले हैं. यहां शराब की बोतल से स्टीकर हटाकर बिक्री की जा रही थी. मौके से करीब 38 लाख रुपए कैश बरामद हुआ था. आबकारी विभाग को मिली सूचना के बाद जिला आबकारी अधिकारी करुणेन्द्र प्रताप सिंह और सीओ कैंट मुश्ताक अहमद की अगुवाई में आबकारी और पुलिस टीम ने संयुक्त रूप से छापेमारी की. इसके बाद काले कारोबार की पोल खुली. इस घटना के बाद ऐसे शराब के माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए अब आबकारी विभाग की ओर से सभी शराब के गोदामों और फुटकर दुकानों को सील किया जा रहा है.
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