दारुल इफ्ता के मुफ्ती ने कहा, अल्कोहल वाले सैनिटाइजर का मस्जिद में इस्तेमाल हराम
Team दैनिक ग़ाज़ीपुर11 Jun 2020 05:34 विज्ञापन
दरगाह आला हजरत स्थित सुन्नी मरकजी दारुल इफ्ता के मुफ्ती अब्दुर्रहीम नश्तर फारूकी ने कहा है कि इस्लाम में अल्कोहल को हराम करार दिया गया है इसलिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल मस्जिदों में न किया जाए। मस्जिद अल्लाह का घर है उसे नापाक न होने दें।
अनलॉक-वन में मस्जिदें खोली गई है। ऐसे में शासन की तरफ से गाइड लाइन जारी की गई है। अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से धार्मिक स्थलों को सैनिटाइज कराने को कहा गया है।
इस पर दारुल इफ्ता के मुफ्ती नश्तर फारूकी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि अल्कोहल से बने सैनिटाइजर का इस्तेमाल मुसलमानों के लिए हराम है और उससे मस्जिदों को सैनिटाइज करने का मतलब पूरी मस्जिद को नापाक करना है। नापाक जगह पर नमाज नहीं हो सकती।
इस लिए मस्जिदों के इमामों और मस्जिद कमेटी से अपील की गई है, कि मस्जिदों में अल्कोहल वाला सैनिटाइजर बिल्कुल इस्तेमाल न करें। मुसलामानों को चाहिए कि अल्कोहल वाला सैनिटाइजर इस्तेमाल कर के अपनी नमाजें बर्बाद न करें बल्की अपने हाथों और मस्जिदों की सफाई-सुथराई के लिए साबुन, शैम्पू और सर्फ का इस्तेमाल करें। यह बयान जमात रजा मुस्तफा के मीडिया प्रभारी समरान खान में प्रेस को जारी किया है।
इस पर दारुल इफ्ता के मुफ्ती नश्तर फारूकी ने बयान जारी करते हुए कहा है कि अल्कोहल से बने सैनिटाइजर का इस्तेमाल मुसलमानों के लिए हराम है और उससे मस्जिदों को सैनिटाइज करने का मतलब पूरी मस्जिद को नापाक करना है। नापाक जगह पर नमाज नहीं हो सकती।
इस लिए मस्जिदों के इमामों और मस्जिद कमेटी से अपील की गई है, कि मस्जिदों में अल्कोहल वाला सैनिटाइजर बिल्कुल इस्तेमाल न करें। मुसलामानों को चाहिए कि अल्कोहल वाला सैनिटाइजर इस्तेमाल कर के अपनी नमाजें बर्बाद न करें बल्की अपने हाथों और मस्जिदों की सफाई-सुथराई के लिए साबुन, शैम्पू और सर्फ का इस्तेमाल करें। यह बयान जमात रजा मुस्तफा के मीडिया प्रभारी समरान खान में प्रेस को जारी किया है।
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