कोरोना के चलते लॉकडाउन में 24 मार्च से बंद उत्तर प्रदेश परिवहन निगम की बस सेवा एक जून से शुरू हो रही है। वाराणसी में सुबह आठ बजे से शत-प्रतिशत बसों का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल यह बस सेवा अंतर्जनपदीय ही होगी। यानि अभी नई दिल्ली और काठमांडू की बस सेवा नहीं शुरू होगी।
स्टेशन परिसर में यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज के बाद बसों में बैठने की अनुमति होगी। बगैर मास्क व गमछा के यात्रियों को रोडवेज परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ड्यूटी के दौरान परिचालकों को आधा लीटर सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा ताकि आने वाले यात्रियों को सैनिटाइज कराते रहे।
वाराणसी परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके राय ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के तहत बस में सीट के सापेक्ष ही यात्री बैठाए जाएंगे। अब बसों में खड़े होकर यात्री सफर नहीं कर सकेंगे। वाराणसी परिक्षेत्र के आठ डिपो कैंट, काशी, ग्रामीण, चंदौली, सोनभद्र, विंध्यनगर और गाजीपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को भी निर्देशित कर दिया गया। रोडवेज की सभी तैयारियां मुकम्मल हैं।
सुबह 7 से शाम 7 बजे तक सात रूटों पर चलेंगी बसें
रोडवेज की बसें सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही संचालित की जाएंगी। इसके लिए सात रूट तय किए गए हैं। वाराणसी-जौनपुर, वाराणसी-आजमगढ़, वाराणसी-मऊ-गोरखपुर, वाराणसी-शक्तिनगर, वाराणसी-प्रयागराज, वाराणसी-शाहगंज और वाराणसी-विंध्याचल रूट पर बसों का संचालन किया जाएगा।
आरएम एसके राय ने बताया कि हर 45 मिनट पर इन रूटों पर बसें चलेंगी। आगामी चार दिनों तक यही रोस्टर लागू रहेगा। यदि वाराणसी-लखनऊ, वाराणसी-कानपुर मार्ग पर क्षमता के अनुरूप यात्री मिलते हैं तो विशेष सेवा का संचालन किया जाएगा।
दो गेट से एक बस को इंट्री
रोडवेज कैंट बस स्टेशन पर बसों के प्रवेश और निकास को लेकर नियम बनाया गया है। बकायदा बांस बल्ली के सहारे बैरिकेडिंग की गई है। अंधरापुल लेन वाले उत्तरी गेट से बस अंदर आएगी और कैंट लेन के पश्चिमी गेट से बस यात्रियों को लेकर बाहर निकलेगी। बैरिकेडिंग ऐसी की गई है कि एक बार में एक ही बस आ और जा सकेगी।
स्टेशन से कार्यशाला को निकलने वाले मार्ग को बैरिकेडिंग से बंद किया जा रहा है। स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए जाने को लेकर गोल घेरे बनाएं गए हैं। पूछताछ काउंटर और अन्य प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को खड़े रहने के लिए गोल घेरे बना दिए गए हैं। देर शाम वाराणसी परिक्षेत्र के आठ डिपो के एआरएम संग आरएम एसके राय ने बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
रोडवेज परिसर में बनाया जाएगा कोविड हेल्प डेस्क
दोनों गेट पर सुरक्षा गार्डों की तैनाती की जा रही है। स्टेशन परिसर में कोविड हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है, जहां सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। हर छह घंटे पर बसों को सैनिटाइज किया जाएगा। कार्यशाला से बसें सैनिटाइज होकर ही निकलेंगी।
स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर एंबुलेंस की मांग भी की जाएगी। ताकि किसी यात्री की तबियत खराब हो तो तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके। चालकों, परिचालकों समेत अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों को मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर के साथ अनिवार्य रूप से रहना होगा। वहीं यात्रियों को अरोग्य सेतु एप के लिए जागरूक भी करना होगा।
स्टेशन परिसर में यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग और सैनिटाइज के बाद बसों में बैठने की अनुमति होगी। बगैर मास्क व गमछा के यात्रियों को रोडवेज परिसर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा। ड्यूटी के दौरान परिचालकों को आधा लीटर सैनिटाइजर उपलब्ध कराया जाएगा ताकि आने वाले यात्रियों को सैनिटाइज कराते रहे।
वाराणसी परिक्षेत्र के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके राय ने बताया कि सोशल डिस्टेंसिंग के तहत बस में सीट के सापेक्ष ही यात्री बैठाए जाएंगे। अब बसों में खड़े होकर यात्री सफर नहीं कर सकेंगे। वाराणसी परिक्षेत्र के आठ डिपो कैंट, काशी, ग्रामीण, चंदौली, सोनभद्र, विंध्यनगर और गाजीपुर डिपो के सहायक क्षेत्रीय प्रबंधकों को भी निर्देशित कर दिया गया। रोडवेज की सभी तैयारियां मुकम्मल हैं।
सुबह 7 से शाम 7 बजे तक सात रूटों पर चलेंगी बसें
रोडवेज की बसें सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही संचालित की जाएंगी। इसके लिए सात रूट तय किए गए हैं। वाराणसी-जौनपुर, वाराणसी-आजमगढ़, वाराणसी-मऊ-गोरखपुर, वाराणसी-शक्तिनगर, वाराणसी-प्रयागराज, वाराणसी-शाहगंज और वाराणसी-विंध्याचल रूट पर बसों का संचालन किया जाएगा।
आरएम एसके राय ने बताया कि हर 45 मिनट पर इन रूटों पर बसें चलेंगी। आगामी चार दिनों तक यही रोस्टर लागू रहेगा। यदि वाराणसी-लखनऊ, वाराणसी-कानपुर मार्ग पर क्षमता के अनुरूप यात्री मिलते हैं तो विशेष सेवा का संचालन किया जाएगा।
दो गेट से एक बस को इंट्री
रोडवेज कैंट बस स्टेशन पर बसों के प्रवेश और निकास को लेकर नियम बनाया गया है। बकायदा बांस बल्ली के सहारे बैरिकेडिंग की गई है। अंधरापुल लेन वाले उत्तरी गेट से बस अंदर आएगी और कैंट लेन के पश्चिमी गेट से बस यात्रियों को लेकर बाहर निकलेगी। बैरिकेडिंग ऐसी की गई है कि एक बार में एक ही बस आ और जा सकेगी।
स्टेशन से कार्यशाला को निकलने वाले मार्ग को बैरिकेडिंग से बंद किया जा रहा है। स्टेशन परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराए जाने को लेकर गोल घेरे बनाएं गए हैं। पूछताछ काउंटर और अन्य प्लेटफॉर्म पर यात्रियों को खड़े रहने के लिए गोल घेरे बना दिए गए हैं। देर शाम वाराणसी परिक्षेत्र के आठ डिपो के एआरएम संग आरएम एसके राय ने बैठक कर तैयारियों को अंतिम रूप दिया।
रोडवेज परिसर में बनाया जाएगा कोविड हेल्प डेस्क
दोनों गेट पर सुरक्षा गार्डों की तैनाती की जा रही है। स्टेशन परिसर में कोविड हेल्प डेस्क बनाया जा रहा है, जहां सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। हर छह घंटे पर बसों को सैनिटाइज किया जाएगा। कार्यशाला से बसें सैनिटाइज होकर ही निकलेंगी।
स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर एंबुलेंस की मांग भी की जाएगी। ताकि किसी यात्री की तबियत खराब हो तो तत्काल अस्पताल पहुंचाया जा सके। चालकों, परिचालकों समेत अन्य कर्मचारियों और अधिकारियों को मास्क, ग्लव्स और सैनिटाइजर के साथ अनिवार्य रूप से रहना होगा। वहीं यात्रियों को अरोग्य सेतु एप के लिए जागरूक भी करना होगा।
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