Lockdown-4: दिल्ली के कई इलाकों में लगा भीषण जाम, ITO पर थमी वाहनों की रफ्तार

newimg/22052020/22_05_2020-ito_jam_20294786_11653844.jpg

TEAM दैनिक ग़ाज़ीपुर , दिनांक 22 मई 2020 - लॉकडाउन-4 में छूट मिलने के बाद से दिल्ली में जाम लगने का सिलसिला शुरू हुआ था, जो शुक्रवार को भी जारी है। दिल्ली के आइटीओ ( ITO) पर भीषण जाम लग गया है। यहां पर वाहनों की रफ्तार थम सी गई है। लोग धूप में परेशान हैं। बताया जा रहा है कि दिल्ली-नोएडा के सीमावर्ती इलाकों में कई जगहों पर लोगों को जाम से जूझना पड़ रहा है। 

रात के समय सूनी रहने वाली दिल्ली की सड़कें सुबह से लेकर देर शाम तक जाम से कराह रही हैं। हालत यह है कि कई जगह लोगों को एक किलोमीटर का सफर तय करने में एक से डेढ़ घंटे का समय लग रहा है। 

उधर, दिल्ली के कांलिदी कुंज इलाक में दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर लंबा जाम लग गया। इसकी वजह से लोग चिलचिलाती धूप में परेशान रहे। 

दोपहिया चालक भी कर रहे नियम का उल्लंघन

दोपहिया वाहन चालक भी नियमों की अनदेखी कर रहे हैं। एक सवारी के नियम को तोड़ा जा रहा है। हेलमेट व मास्क नहीं पहन रहे और कहीं भी लालबत्ती जंप कर रहे हैं।

लॉकडाउन-4 में मिली छूट के बाद लोग घरों से निकल रहे हैं, लेकिन अपने गंतव्य तक पहुंचने में गर्मी और धूप के बीच बसों का इंतजार पसीना छुड़ा रहा है। हालत यह है कि घंटों इंतजार करने वाले लोग बस के आते ही आपा खो बैठते हैं। बस में घुसने के लिए धक्का-मुक्की तक हो रही है। बसों में निर्धारित संख्या से अधिक लोगों को बाहर निकालने के लिए भी मेहनत करनी पड़ रही है। लॉकडाउन में छूट के दौरान जो नियम वाहन चालकों के लिए निर्धारित किए गए हैं, उनमें से काफी संख्या में चालक अब भी इन्हें मानने को तैयार नहीं है। वहीं मास्क और शारीरिक दूरी के नियम की भी धज्जियां उड़ाई जा रही हैं।

बसों के पीछे भी दौड़ लगा रहे लोग

तपती दोपहर में पसीना बहाकर बसों का इंतजार करने वाले लोगों को सब्र उस समय जवाब दे जाता है, जब उन्हें बस आती हुई दिखाई देती है। लोगों की संख्या अधिक होने और बसों में यात्रियों की संख्या सीमित किए जाने के कारण लोगों को बसों का इंतजार करना पड़ रहा है। बस स्टॉप पर न तो शारीरिक दूरी का पालन हो रहा है, न ही लोग कतार में इंतजार कर रहे हैं। जबरदस्ती लोग बसों में घुसने का प्रयास भी कर रहे हैं, जिन्हें जबरन बस से उतारा भी जा रहा है। ऐसे में लोगों को बस से गंतव्य तक जाने को घंटों धूप में खड़े होकर इंतजार करना पड़ रहा है।

ऑटो में सवारी, नियमों पर भारी

बसों में निर्धारित संख्या में यात्रियों के सफर करने की अनिवार्यता के मौके को ऑटो चालक खूब भुना रहे हैं। मनमाने किराये की वसूली के साथ एक यात्री को बिठाने के बजाय दो और तीन यात्रियों को बिठा रहे हैं। वहीं किराया अधिक होने के कारण सभी ऑटो से सफर करने में सक्षम नहीं हैं।

ऑटो चालकों से किराये को लेकर मोल-भाव

साउथ एक्स में बाजार बंद होने के बाद लोग बस के इंतजार में खड़े रहे वहीं लाजपत नगर मोड और कैप्टन गौड़ मार्ग पर बस ना मिलने पर यात्री ऑटो चालकों से किराए को लेकर मोल-भाव करते दिखाई दिए। इस दौरान सड़कों पर ऑटो भी बेहद कम दिखाई दिए। ऑटो चालकों का कहना है कि जब यात्री नहीं है तो ऑटो ले जाकर क्या करें।

किराया व सवारी ज्यादा

लोगों की इस परेशानी में ई-रिक्शा और साधारण रिक्शा के चालक खूब सवारियां ढो रहे हैं। किराये में दोगुना तक बढोतरी के साथ ही रिक्शे में पांच-छह सवारियां तक बिठाई जा रही हैं। जिससे शारीरिक दूरी के नियम के साथ रिक्शा के लिए निर्धारित सवारी की संख्या के नियम को भी दरकिनार कर दिया गया है।