उत्तर प्रदेश के बलिया और गाजीपुर जिले में सोमवार को एक-एक कोरोना पॉजिटिव मरीज मिला है। बलिया में कोरोना वायरस का यह पहला केस है, जबकि गाजीपुर में यह आठवां मरीज है। जिले के पहले छह मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं।
48 दिनों तक ग्रीन जोन में रहने के बाद सोमवार को बलिया में पहला कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अब आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए डीएम की अध्यक्षता में बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार बैरिया थाना क्षेत्र के चांद दियर, मुरली छपरा का रहने वाला युवक चार मई को ट्रेन से अपने 10 साथियों के साथ जौनपुर पहुंचा था। जौनपुर में थर्मल स्कैनिंग के बाद इसे बस से बलिया भेजा गया था।
बलिया आने पर जिला प्रशासन द्वारा एक विद्यालय में क्वारंटीन किया गया था और सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जिले में हड़कंप मच गया है। युवक के कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की जिला महामारी रोग के नोडल अधिकारी डॉक्टर जियाउल हुदा ने पुष्टि की है।
गाजीपुर जिले के मरदह थाना क्षेत्र के नसीरुद्दीनपुर गांव निवासी एक और व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की सोमवार को पुष्टि हो गई है। पिता-पुत्र दोनों पांच मई को मुंबई से आए थे। इसकी जानकारी जब ग्रामीणों ने पुलिस को दी तो सात मई को इन्हें रेलवे ट्रेनिंग सेंटर में क्वारंटीन कर दिया गया। इसके बाद सैंपल जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया। सोमवार की सुबह रिपोर्ट आने के बाद पिता के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई।
पिता-पुत्र दोनों मुंबई में सब्जी बेचते थे। दोनों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। फिलहाल एक की रिपोर्ट में कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की पुष्टि जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जीसी मौर्य कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर व्यक्ति को एंबुलेंस से दीनदयाल हास्पिटल वाराणसी भेज दिया गया। उधर पूरे परिवार को क्वारंटीन करने के साथ ही गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है।
48 दिनों तक ग्रीन जोन में रहने के बाद सोमवार को बलिया में पहला कोरोना पॉजिटिव मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है। अब आने वाली परिस्थितियों से निपटने के लिए डीएम की अध्यक्षता में बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार बैरिया थाना क्षेत्र के चांद दियर, मुरली छपरा का रहने वाला युवक चार मई को ट्रेन से अपने 10 साथियों के साथ जौनपुर पहुंचा था। जौनपुर में थर्मल स्कैनिंग के बाद इसे बस से बलिया भेजा गया था।
बलिया आने पर जिला प्रशासन द्वारा एक विद्यालय में क्वारंटीन किया गया था और सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा था। इसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आने से जिले में हड़कंप मच गया है। युवक के कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की जिला महामारी रोग के नोडल अधिकारी डॉक्टर जियाउल हुदा ने पुष्टि की है।
गाजीपुर जिले के मरदह थाना क्षेत्र के नसीरुद्दीनपुर गांव निवासी एक और व्यक्ति के कोरोना पॉजिटिव होने की सोमवार को पुष्टि हो गई है। पिता-पुत्र दोनों पांच मई को मुंबई से आए थे। इसकी जानकारी जब ग्रामीणों ने पुलिस को दी तो सात मई को इन्हें रेलवे ट्रेनिंग सेंटर में क्वारंटीन कर दिया गया। इसके बाद सैंपल जांच के लिए गोरखपुर भेजा गया। सोमवार की सुबह रिपोर्ट आने के बाद पिता के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई।
पिता-पुत्र दोनों मुंबई में सब्जी बेचते थे। दोनों का सैंपल जांच के लिए भेजा गया था। फिलहाल एक की रिपोर्ट में कोरोना वायरस पॉजिटिव होने की पुष्टि जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य व मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ जीसी मौर्य कर दी है। जिलाधिकारी के निर्देश पर व्यक्ति को एंबुलेंस से दीनदयाल हास्पिटल वाराणसी भेज दिया गया। उधर पूरे परिवार को क्वारंटीन करने के साथ ही गांव को सैनिटाइज किया जा रहा है।
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