• सुरक्षाबलों ने बताया कि देर रात कार के बारे में एक इनपुट मिला था
  • घेराबंदी के बाद कार को बरामद कार लिया गया, इसकी पीछे की सीट पर एक्सप्लोसिव रखा था
  • पुलवामा में फरवरी 2019 में सीआरपीएफ के काफिले पर आईईडी से हुए हमले में 40 जवान शहीद हुए थे
  • श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने गुरुवार को पुलवामा जैसी आतंकी हमले की साजिश को नाकाम कर दिया। यहां के राजपुरा रोड पर शादीपुरा के पास एक सफेद रंग की सेंट्रो कार मिली, जिसमें 20 किलो आईईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्स्प्लोसिव डिवाइस) बरामद किया। कार के ड्रम में एक्सप्लोसिव रखा था। कार का पता चलने के बाद सुरक्षा बलों ने आसपास का इलाका खाली करा लिया। इसके बाद बम डिस्पोजल स्क्वायड ने कार को उड़ा दिया।  

    सूत्रों ने बताया कि पुलवामा पुलिस को बुधवार देर रात जानकारी मिली थी कि कुछ आतंकवादी एक विस्फोटक से लदी कार से जा रहे हैं। इसके जरिए कुछ लोकेशन पर धमाके किए जा सकते हैं। सुरक्षाबलों ने फौरन कार्रवाई कर सभी रूट्स को सील कर दिया। इसी दौरान एक संदिग्ध कार नजर आई। रोकने पर कुछ राउंड की फायरिंग हुई। इसके बाद ड्राइवर अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गया। सुरक्षाबलों ने वाहन को कब्जे में ले लिया। बताया जा रहा है कि इस कार को हिजबुल मुजाहिद्दीन का आतंकी चला रहा था।
  • पीछे की सीट पर ड्रम रखे थे 
    • सुरक्षाबलों ने कार के पास जाकर देखा तो पिछली सीट पर विस्फोटक से भरे नीले रंग के ड्रम रखे थे।
    • सुरक्षाबलों ने रात भर कार की निगरानी की। इसके बाद आसपास के घरों को खाली करा दिया गया। बाद में वाहन को धमाका कर उड़ा दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, आतंकी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे।
    • कार पर स्कूर की नंबर प्लेट लगी थी, जिसका रजिस्ट्रेशन कठुआ जिले का मिला है।
    • पुलवामा हमले में 350 किलो आईईडी का इस्तेमाल हुआ था
      14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर में पुलवामा के अवन्तीपुरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। गोरीपुरा गांव के पास हुए इस हमले में 44 जवान शहीद हो गए थे। आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटक से लदी गाड़ी सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस से टकरा दी थी। हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। पुलवामा हमला कश्मीर में 30 साल का सबसे बड़ा आतंकी हमला था। आतंकियों ने हमले के लिए 350 किलो आईईडी का इस्तेमाल किया था।