गाजीपुर। जिले में नए मरीजों मिलने के बाद प्रशासन पूरी तरह एलर्ट मोड में आ गया है। मरदह के नसीरुद्दीनपुर और नंदगंज के खिजिरपुर आदि दोनों गांवों को हाट स्पाट घोषित कर दिया गया है। इस तरह से जिले में अब कुल सात हाट स्पाट हो गए हैं। इसके पहले शहर में तीन और दिलदारनगर में दो स्थानों पर मिलाकर कुल पांच हाटस्पाट बनाए गए थे। इन सभी स्थानों को सील कर दिया गया है और आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। चारों तरफ से बैरीकेडिंग करके बंद कर दिया गया है। आने-जाने वाले लोगों पर प्रशासन द्वारा पैनी नजर रखी जा रही हैं। सन्नाटा पसरा हुआ है। लोग भयभीत नजर आ रहे हैं।

मरदह ब्लाक के नसीरूद्दीनपुर के संपूर्ण क्षेत्र को कंटेनमेंट एरिया, हाटस्पाट के रूप मे घोषित कर दिया गया है। यहां एक दिन पहले ही मुंबई से कंटेनर में आया एक व्यक्ति कोरोना पाजिटिव पाया गया। इसके दो दिन पहले ही नंदगंज के खिजिरपुर में भी मुंबई से ही बाइक से आए एक युवक को कोरोना मिला। इसके बाद इन दोनों ही गांवों को हाट स्पाट बनाकर इसे सील कर दिया गया। इस क्षेत्र में अब किसी भी व्यक्ति का आना-जाना पूरी तरह से वर्जित है और लोग घरों में ही रहेंगे। हर प्रकार के दुकान तथा प्रतिष्ठान आदि बंद रहेंगे। सभी लोग लॉकडाउन का पूर्ण रूपेण अनुपालन करेंगे। इन स्थानों पर तीन-तीन शिफ्ट में सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती कर दी गई है। जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य ने बताया कि यहां जन सामान्य को उपलब्ध कराए जाने वाली आवश्यक वस्तुओं, दवाओं तथा साफ-सफाई एवं सुरक्षा आदि में लगे अधिकारियों/कर्मचारियों के अतिरिक्त किसी भी व्यक्ति का आवागमन पूर्णतया प्रतिबंधित होगा। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, स्वच्छता कर्मी एवं सुरक्षा में लगे कर्मचारी भी सक्षम स्तर द्वारा निर्गत आदेश से ही आवागमन करेंगे। इसके पहले जिले में कुल चार स्थानों से सात कोरोना के मरीज मिले थे। शहर के महुआबाग, दिलदारनगर, टाउनहाल तथा नंदगंज के खिजिरपुर गांव शामिल हैं। इसे देखते हुए पांच हाट स्पाट बनाए गए, जिसमें शहर में तीन और दिलदारनगर में दो स्थानों को शामिल किया गया। इन स्थानों पर जगह-जगह बैरिकैडिंग कर एरिया को सील कर दिया गया है।