• रेल मंत्रालय ने श्रमिक ट्रेनों की गाइडलाइन में किया बड़ा बदलाव, अभी तक बीच में कोई स्टॉपेज नहीं दिया गया था
    • अन्य पब्लिक के लिए 12 मई से चलाई जाएंगी 15 स्पेशल ट्रेनें, मोबाइल एप या आईआरसीटीसी की वेबसाइट के जरिए होगी बुकिंग
    • केवल कन्फर्म टिकट वाले यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर आने की इजाजत मिलेगी, मास्क पहनना जरूरी
    • नई दिल्ली. रेलवे ने 12 मई से यात्रियों के लिए ट्रेन शुरू करने की योजना बनाई है। शुरुआत में 15 जोड़ी ट्रेनें चलाई जाएंगी यानी ये 15 रूटों पर चलेंगी। ट्रेनें दिल्ली से चलाई जाएंगी। 11 मई को 4 बजे रिजर्वेशन मिलना शुरू हो जाएगा। इन ट्रेनों के टिकट केवल आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर मिलेंगे, टिकट काउंटर पर नहीं। सभी कोच एसी और स्टॉप भी बेहद सीमित होंगे। इन ट्रेनों में यात्रा के लिए राजधानी ट्रेनों के बराबर किराया देना होगा। 
      रेल मंत्रालय ने कहा- टिकट केवल आईआरसीटीसी की वेबसाइट्स और मोबाइल एप के जरिए ही बुक हो सकेंगे। रेलवे और आईआरसीटीसी के एजेंटों के जरिए टिकट बुक नहीं हो पाएंगे। तत्काल और प्रीमियम तत्काल का कोई प्रावधान नहीं रखा गया है। करंट बुकिंग भी नहीं की जा सकेगी। 
      श्रमिक स्पेशल ट्रेनों में 1700 लोग जा सकेंगे, तीन स्टेशनों पर भी रूकेगी
      लॉकडाउन के चलते देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे प्रवासियों को घर पहुंचाने के लिए अब 'श्रमिक स्पेशल' ट्रेनों में 1200 की जगह 1700 यात्रियों को भेजा जाएगा। रेलवे ने सोमवार को गाइडलाइन में बदलाव किया है। यही नहीं, अब इन स्पेशल ट्रेनों को नॉन-स्टॉप नहीं चलाया जाएगा। मतलब ये ट्रेनें संबंधित राज्य में डेस्टिनेशन स्टेशन के अलावा 3 जगहों पर रुकेंगी। रेलवे ने संबंधित राज्यों में गंतव्य के अलावा तीन जगहों पर गाड़ियों के ठहराव के लिए कहा है। राज्य सरकारों ने रेलवे से यह गुजारिश की थीं। यह गुजारिश इसलिए की गई थी कि एक ही रूट के ज्यादा से ज्यादा श्रमिकों को ले जाया जा सके।
      किन रूट पर चलाई जाएंगी स्पेशल ट्रेन?
      ये पैसेंजर ट्रेनें नई दिल्ली से डिब्रूगढ़, अगरतला, हावड़ा, पटना, बिलासपुर, रांची, भुवनेश्वर, सिकंदराबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, तिरुअनंतपुरम, मडगांव, मुंबई सेंट्रल, अहमदाबाद और जम्मू तवी के लिए चलाई जाएंगी। 
      यात्रा के लिए रेलवे ने क्या कहा?
      • स्टेशनों पर टिकट बुकिंग काउंटर बंद ही रहेंगे। प्लेटफॉर्म टिकट, काउंटर टिकट नहीं जारी किए जाएंगे।
      • यात्रा के दौरान फेस कवर करना जरूरी है। डिपार्चर के वक्त स्क्रीनिंग की जाएगी।
      • केवल उन्हीं यात्रियों को इजाजत मिलेगी, जिनमें संक्रमण के लक्षण नहीं पाए जाएंगे।
      • केवल उन्हीं यात्रियों को रेलवे स्टेशन पर आने की इजाजत दी जाएगी, जिनके टिकट कन्फर्म होंगे।
      • एक ट्रेन में 1700 सीटों की बुकिंग होगी। पहले इसके लिए 1200 सीटें निर्धारित की गई थी।
      पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए भी बन रही हैं गाइडलाइंस- गडकरी
      पिछले दिनों केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा था कि सरकार ऐसी गाइडलाइंस तैयार कर रही है, जिसके आधार पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग किया जा सके। इस दौरान यह ध्यान रखना जरूरी होगा कि कोरोनावायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाए गए कदमों का किसी तरह से उल्लंघन न हो। फिलहाल सरकार ने 50% यात्रियों के 50% चलने की अनुमति दी है।
      22 मार्च को ट्रेनें बंद करने का निर्णय लिया गया था
      केंद्र के आदेश के अनुसार, रेलवे ने 22 मार्च से 31 मार्च तक 12500 यानी सभी यात्री ट्रेनें बंद करने का फैसला लिया था। बाद में इसे बढ़ाकर 14 अप्रैल किया गया था। इसके बाद लॉकडाउन के तीसरे फेज के मद्देनजर इसे और आगे बढ़ाया गया। फिलहाल प्रवासी मजदूरों को अपने-अपने राज्य भेजने के लिए केंद्र सरकार द्वारा श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं